मंगलवार, 24 अप्रैल 2012

बाकि के ९९ रुपये कहा है

एक मंत्रीजी भाषण दे रहे थे,उसमे उन्होंने एक कहानी सुनाई...

एक व्यक्ति के तीन बेटे थे... उसने तीनों को १००-१०० रुपये दिए,और ऐसी वस्तु लेन को कहा जिससे कमरा पूरी तरह भर जाये !
"पहला पुत्र १०० रुपये की घास लाया...पर कमरा पूरी तरह नहीं भरा !
दूसरा पुत्र १०० रुपये की कपास लाया... उससे भी कमरा पूरी तरह नहीं भरा !
तीसरा पुत्र १ रुपये की मोमबत्ती लाया ... और उससे पूरा कमरा प्रकाशित हो गया ! "

आगे उस मंत्री ने कहा... हमारे राहुलजी उस तीसरे पुत्र की तरह है ! जिस दिन से राजनीति में आये है उसी दिन से हमारा देश उज्जवल प्रकाश और समृद्धिसे जगमगा रहा है...
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तभी पीछे से अन्ना की आवाज़ आई... " बाकि के ९९ रुपये कहा है ? " !